tag:blogger.com,1999:blog-1268366363589230515.post2040748921900697114..comments2023-11-03T07:58:01.178-07:00Comments on तीखी कलम से: इश्क में क्यूँ जुबाँ बेअदब हो गयी Naveen Mani Tripathihttp://www.blogger.com/profile/12695495499891742635noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-1268366363589230515.post-87061016139601848652016-04-28T07:18:10.746-07:002016-04-28T07:18:10.746-07:00आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार (2...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार (29-04-2016) को <a href="http://charchamanch.blogspot.com/" rel="nofollow"> "मेरा रेडियो कार्यक्रम" (चर्चा अंक-2327) </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />--<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'<br />डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com