tag:blogger.com,1999:blog-1268366363589230515.post5022735729348348846..comments2023-11-03T07:58:01.178-07:00Comments on तीखी कलम से: ग़ज़ल - वादे तमाम कर के उजाले गुजर गए Naveen Mani Tripathihttp://www.blogger.com/profile/12695495499891742635noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-1268366363589230515.post-7429875905025919832017-12-22T22:27:47.632-08:002017-12-22T22:27:47.632-08:00आ0 चर्चा मंच पर ग़ज़ल को स्थान देने केलिए विशेष आभार...आ0 चर्चा मंच पर ग़ज़ल को स्थान देने केलिए विशेष आभार व्यक्त करता हूँ । सादर नमन ।Naveen Mani Tripathihttps://www.blogger.com/profile/12695495499891742635noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1268366363589230515.post-9119242153508392842017-12-22T01:44:26.992-08:002017-12-22T01:44:26.992-08:00आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (23-...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (23-12-2017) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"> "सत्य को कुबूल करो" (चर्चा अंक-2825) </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'<br />डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com