तीखी कलम से

गुरुवार, 1 जनवरी 2015

नववर्ष पर शुभकामनाएं

नव वर्ष  का शुभ  प्रभात,  नव स्वर्णिम  आभा से  भर  दे ।
नव   दृष्टिकोण नव लक्ष्य सहित ,पंछी को ऊंचा अम्बर दे ।।
धन-धान्य ,स्वाथ्य उत्तम प्रति पल सुख समृद्धि का घर दे ।
हो मनोकामना पूर्ण सदा ,नव पंथ सृजन, उन्नति  कर  दे ।।

                      नवीन मणि त्रिपाठी

5 टिप्‍पणियां:

  1. सार्थक प्रस्तुति।
    --
    आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल शनिवार (03-01-2015) को "नया साल कुछ नये सवाल" (चर्चा-1847) पर भी होगी।
    --
    सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
    --
    नव वर्ष-2015 आपके जीवन में
    ढेर सारी खुशियों के लेकर आये
    इसी कामना के साथ...
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

    जवाब देंहटाएं
  2. खट्टी-मीठी यादों से भरे साल के गुजरने पर दुख तो होता है पर नया साल कई उमंग और उत्साह के साथ दस्तक देगा ऐसी उम्मीद है। नवर्ष की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।

    जवाब देंहटाएं
  3. सुंदर...नववर्ष की बधाई और शुभकामनाएं..

    जवाब देंहटाएं