तीखी कलम से

बुधवार, 11 दिसंबर 2013

महानिदेशक आयुध निर्माणी बोर्ड भारत सरकार के आगमन पर पढ़े गये कुछ मुक्तक व छंद

                                 मुक्तक         


यहाँ   उदगार    के   स्वर   में  ह्रदय    करता  है  स्पंदन |
बहुत  आभार  के  संग  में  है  मन  करता  तुम्हे   बंदन ||
आज   निःशब्द  हूँ  स्वागत  करुँ  किस  भाव  से  श्रीमन|
आगमन  पर  है शत शत आज निर्माणी में अभिनन्दन ||

आने   से    बहारें    आ    गयीं    हैं    आज    उपवन   में |
नजर  बहकी  है  फूलों  कि  फिजा  महकी  है  चन्दन में ||
दिलों  में  बस  गए  हैं  आप  अब  जाना  है  बा मुश्किल |
सुमन   श्रद्धा  के   अर्पित   हैं   आपके   कोटि   बंदन  में ||

मोहब्बत  की  निशानी  हो, यहाँ  के  हर  दिलों की  तुम |
रौशनी की    कहानी  हो , कार्य   के  मंजिलों  की   तुम ||
कि  जलते   दीप  बन   करके, बढ़ाया  मान भारत   का |
नाज  बन   के   दिखे  हो   अब  हमारे  हौसलों  के  तुम ||

तुम्हारे   हर   तबस्सुम   की   यहाँ   पर   याद   आएगी |
कमी   तेरी   यहाँ   हर   शख्स   को   इतना   सताएगी ||
तुम   हमसे   दूर   जाके   भी   ये   वादा   भूल  न जाना |
चले   आना   प्रेम   की   डोर   जब    तुमको   बुलाएगी ||

                                                           छंद

प्रेम   प्रबलता की से शब्द मौन होते नहीं आगमन आपका  प्रदीप  बन  जायेगा |
भावना  का  पुष्प  गुच्छ स्वागत समर्पण श्रद्धा का सुमन भी प्रदीप बन जायेगा ||
निर्माणी  कण कण उत्साह में विलीन ,जज्बा  भी जीत का  उम्मीद बन जायेगा |
आप जो पधारे आज निर्माणी द्वारे मेरे कोटि कोटि स्वागत में शीष झुक जाएगा ||

निर्माणी उन्नति  विकास को निहारती है एक दीप उन्नति का आज भी जलाइए |
लक्ष्य  उत्पादन  बुलंदियों  को पार करे हौसलों से  स्वाभिमान  देश  का  बढाइये ||
आयुध  प्रतीक  आज  सभा  में  विराज  रहे , संकल्प   शंखनाद  करके  दिखाइये |
उनकी  उम्मीद  में  भरोसे का भी पुष्प गूंथ ,स्वागत में आज एक माला पहनाइए ||

9 टिप्‍पणियां:

  1. भाव पूर्ण प्रस्तुति-
    आभार आदरणीय-

    जवाब देंहटाएं
  2. तुम्हारे हर तबस्सुम की यहाँ पर याद आएगी |
    कमी तेरी यहाँ हर शख्स को इतना सताएगी ||
    तुम हमसे दूर जाके भी ये वादा भूल न जाना |
    चले आना प्रेम की डोर जब तुमको बुलाएगी |..

    बहुत ही सुन्दर प्रेम भाव ... छलक रहा है जैसे हर शब्द से प्रेम बस प्रेम ...

    जवाब देंहटाएं
  3. सुन्दर भाव पूर्ण प्रस्तुति-

    जवाब देंहटाएं