तीखी कलम से

शनिवार, 3 जून 2017

ग़ज़ल --कश्मीर हमारा है हमारा ही रहेगा

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भारत की बुलन्दी का सितारा ही रहेगा ।
कश्मीर  हमारा  है  हमारा  ही   रहेगा ।।

हालात   बदलने  में  नहीं  देर   लगेगी ।
प्यारा है हमें मुल्क तो  प्यारा ही रहेगा ।।

हम एक थे  हम एक  हैं  हम  एक  रहेंगे ।
यह  दर्द तुम्हारा  है  तुम्हारा  ही  रहेगा ।।

बरबाद  नहीं  होगी शहीदों  की निशानी ।
इतिहास  में  हारा  है  तू  हारा ही रहेगा ।।

ऐ  पाक  कहाँ  साफ़  रहा है तेरा दामन ।
है तुझ से किनारा तो  किनारा ही  रहेगा ।।

यह ख्वाब न् पालो के कभी तोड़ सकोगे ।
यह  ख्वाब  कुँवारा है कुँआरा ही  रहेगा ।।

फंडिंग के लिए देख  मेरा  काम  जबाबी ।
हर   वार  करारा  है  करारा  ही   रहेगा ।।

बेशर्म हिमाकत से  यूँ पत्थर  न्  चला तू।
किस्मत का तू मारा है तो मारा ही रहेगा ।।

कॉपी राइट --- नवीन मणि त्रिपाठी
             मौलिक अप्रकाशित

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