देश की बहुरंगी आकृति .
निरूपति करती है हमारी संस्कृति .
हमारी सभ्यता,
विश्व की श्रेष्ठ सभ्यताओं में से एक है .
हमारी भाषा वेश भूषा ,
सब कुछ अनेक है .
अनेकता में एकता है .
यही तो विशेषता है .
गत वर्षों में हमने ,
अनेक सभ्यताओं व संस्कृति का विकास किया है .
इस दर से किसी देश ने ,
कहाँ सभ्यता का विकास किया है ?
हमारे प्राचीन परिवेश बदल चुके हैं .
हम नूतन मौलिकता में प्रखर हो चुके हैं .
हमारी चेतना संयुक्त के बजाय ,
एकाकी जीवन की ओर उन्मुख है .
आधुनिकता का धरातल हमारे सन्मुख है .
संवेदनशीलता ...
हमारी प्रगति में बाधक है .
देश की उन्नति में अवरोधक है .
संवेदनाओं को हमने ,
धुएं में उड़ना सीख लिया है .
हो रही किसानों की आत्म हत्त्याओं पर ,निरूपति करती है हमारी संस्कृति .
हमारी सभ्यता,
विश्व की श्रेष्ठ सभ्यताओं में से एक है .
हमारी भाषा वेश भूषा ,
सब कुछ अनेक है .
अनेकता में एकता है .
यही तो विशेषता है .
गत वर्षों में हमने ,
अनेक सभ्यताओं व संस्कृति का विकास किया है .
इस दर से किसी देश ने ,
कहाँ सभ्यता का विकास किया है ?
हमारे प्राचीन परिवेश बदल चुके हैं .
हम नूतन मौलिकता में प्रखर हो चुके हैं .
हमारी चेतना संयुक्त के बजाय ,
एकाकी जीवन की ओर उन्मुख है .
आधुनिकता का धरातल हमारे सन्मुख है .
संवेदनशीलता ...
हमारी प्रगति में बाधक है .
देश की उन्नति में अवरोधक है .
संवेदनाओं को हमने ,
धुएं में उड़ना सीख लिया है .
मुस्कुराना सीख लिया है .
हमने सीख लिया है ,
बहू बेटियों को जलाना.हमने सीख लिया है ,
शोषण के सेज पर नारियों को लिटाना .
संस्कारों के क्षेत्र में हमने ,
अभूत पूर्व परिवर्तन किया है .
बूढ़े माँ बाप को दूर किया है .
अब वे हमें अनावश्यक भार लगते हैं .
इसलिए उन्हें घर के बजाय आश्रम में रखते हैं .
जाति धर्म की विलुप्तप्राय खाइयों का ,
जीर्नोध्वार किया है .
धर्म निरपेक्षता पर भी करारा वार किया है .
भ्रष्टाचार का आधुनिकतम रूप ,
हमारा नया अनुसंधान है .
हमारी नयी तकनीक से पूरा विश्व हैरान है .
आनर किलिंग का पेटेंट कराने का हमें ,
पूरा अधिकार है .
क्यों की यह
हमारे तुच्छ जनमानस को स्वीकार है .
हमारी तकनीक से जाँच एजेंसियों को ,
सुबूत नहीं मिलता है .
इससे हमारी योग्यता को बल मिलता है .
हम आतंक वाद उग्रवाद नक्सलवाद को ,
हासिल कर चुके हैं .
अदभुद राष्ट्र भावना के अंतर्राष्ट्रीय पुरष्कारों की दौड़ ,
में शामिल हों चुके हैं .
जाति वाद क्षेत्रवाद की भावना को ,
विकृत रूप दिया जाये .
थोडा सा जहर और घोल दिया जाये .
तो सम्भव है .......
गिरी राष्ट्र भावना का अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार ,
तुम्हारा देश पा जाये .
इक्कीसवीं सदी का प्रथम चरण .
प्रगति का हो चुका है अनावरण .
हर तरफ घोटालों का भरमार .
टूट रहा अर्थ शक्ति द्वार .
अपराध जगत के चक्रवात में ,
जन नायकों का योगदान है .
सोचो .....................
कितना सुरक्षित देश का स्वाभिमान है ?
शदी के प्रथम चरण का ,
यही सोपान है .
मानवता की अवनति ,
संवेदनाओं का बलिदान है .
जी हाँ तुम गर्व से कहो ..........
और खूब कहो ......
मेरा भारत महान है .
मेरा भारत महान है .
संस्कारों के क्षेत्र में हमने ,
अभूत पूर्व परिवर्तन किया है .
बूढ़े माँ बाप को दूर किया है .
अब वे हमें अनावश्यक भार लगते हैं .
इसलिए उन्हें घर के बजाय आश्रम में रखते हैं .
जाति धर्म की विलुप्तप्राय खाइयों का ,
जीर्नोध्वार किया है .
धर्म निरपेक्षता पर भी करारा वार किया है .
भ्रष्टाचार का आधुनिकतम रूप ,
हमारा नया अनुसंधान है .
हमारी नयी तकनीक से पूरा विश्व हैरान है .
आनर किलिंग का पेटेंट कराने का हमें ,
पूरा अधिकार है .
क्यों की यह
हमारे तुच्छ जनमानस को स्वीकार है .
हमारी तकनीक से जाँच एजेंसियों को ,
सुबूत नहीं मिलता है .
इससे हमारी योग्यता को बल मिलता है .
हम आतंक वाद उग्रवाद नक्सलवाद को ,
हासिल कर चुके हैं .
अदभुद राष्ट्र भावना के अंतर्राष्ट्रीय पुरष्कारों की दौड़ ,
में शामिल हों चुके हैं .
जाति वाद क्षेत्रवाद की भावना को ,
विकृत रूप दिया जाये .
थोडा सा जहर और घोल दिया जाये .
तो सम्भव है .......
गिरी राष्ट्र भावना का अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार ,
तुम्हारा देश पा जाये .
इक्कीसवीं सदी का प्रथम चरण .
प्रगति का हो चुका है अनावरण .
हर तरफ घोटालों का भरमार .
टूट रहा अर्थ शक्ति द्वार .
अपराध जगत के चक्रवात में ,
जन नायकों का योगदान है .
सोचो .....................
कितना सुरक्षित देश का स्वाभिमान है ?
शदी के प्रथम चरण का ,
यही सोपान है .
मानवता की अवनति ,
संवेदनाओं का बलिदान है .
जी हाँ तुम गर्व से कहो ..........
और खूब कहो ......
मेरा भारत महान है .
मेरा भारत महान है .
बहुत बेहतरीन और प्रशंसनीय.......
जवाब देंहटाएंमेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है।
इसमें कोई शक नही है की इतनी विषमताओं के बाद भी मेरा भारत महान है !!
जवाब देंहटाएंइसकी संसति में जैसे लड़कर जीने की अजब कला है !! पर विडम्बना आज यही है की ये कला ही हमारा गला घोट रही है !!
महोदय आपकी रचना में बड़ी सहजता और सुन्दरता से एक सुसंस्कारित राष्ट्र का आपने मूल्यों से दूर होने पर ...अपनी पहचान को खोते बताया है !!
बहुत ही गहन संश्लेषण हमेशा की तरह ! बहुत बहुत बधाईया !!!
बहुत बेहतरीन और प्रशंसनीय.......
जवाब देंहटाएंमेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है।
मेरा भारत महान है .
जवाब देंहटाएंमेरा भारत महान है .
देश प्रेम से ललक है आप में.
आपकी कविता में देश की वर्तमान दशा-दुर्दशा का विस्तृत चित्रण है।
जवाब देंहटाएंआत्म अवलोकन के लिए प्रेरित करती अच्छी रचना।
बहुत ख़ूबसूरत और भावपूर्ण प्रस्तुती! बढ़िया लगा!
जवाब देंहटाएंकितना सुरक्षित देश का स्वाभिमान है ?... यही तो अहम् प्रश्न है - बहुत ही बढ़िया
जवाब देंहटाएंदेश की वर्तमान दशा को सुन्दर तरीके से चित्रित करती रचना !
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर !
आभार !
देश की वर्तमान स्थिति का चित्रण करने में सफल है यह कविता|
जवाब देंहटाएंdesh ke dukh ko mahsuskarne wala hi aisi rachna likh sakta hai....umda rachna ke liye bdhai....
जवाब देंहटाएंब्लॉग पर आगमन और समर्थन प्रदान करने के लिए बहुत- बहुत आभार, यह स्नेह सम्बन्ध अनवरत रहेगा,यही अपेक्षा है.
जवाब देंहटाएंबहुत ख़ूबसूरत प्रस्तुति, बधाई.
/
इतना सब कुछ कहाँ मिलेगा? इतनी विविधता, गहन संस्कृति की बीसियों सदियाँ, आगे आना तय है...
जवाब देंहटाएंअच्छे से बुरे के बीच घूमती ये पोस्ट लाजवाब है |
जवाब देंहटाएंबहुत ख़ूबसूरत प्रस्तुति, बधाई.
जवाब देंहटाएंbahut uttam vyangatmak prastuti.aaj ko darpan dikhati hui behtreen rachna.
जवाब देंहटाएंbahut uttam vyangatmak prastuti.aaj ko darpan dikhati hui behtreen rachna.
जवाब देंहटाएंdesh ki vartman sthiti par karara vyang kiya hai....achchi prastuti
जवाब देंहटाएंमिश्री की डली ज़िंदगी हो चली
बहुत ही तीखा प्रहार किया हैं आपने हमारी बदलती हुई संस्कृति और विचारों पर...
जवाब देंहटाएंमैं आपको मेरे ब्लॉग पर सादर आमन्त्रित करता हूँ.....
बहुत बढ़िया..सोचने पर मजबूर करती रचना..
जवाब देंहटाएंसादर.
umda parstuti....tikhe twwar
जवाब देंहटाएंप्रासंगिक रचना है...wishes!
जवाब देंहटाएंआज के हालात दर्शाती सार्थक रचना !
जवाब देंहटाएंआभार ....
तीखा प्रहार, बहुत सुंदर सार्थक रचना ,बेहतरीन प्रस्तुति,......
जवाब देंहटाएंwelcome to new post...वाह रे मंहगाई
समर्थक बन रहा हूँ आप भी बने खुशी होगी,...आभार
आपकी कविता में सब कुछ पढ़ने को मिला ....रिश्ते ,एकल परिवार ...संयुक्त परिवार कि अहमियत ,इस देश इस बाते ....सब कुछ पढ़ने को मिला ....बहुत उम्दा
जवाब देंहटाएंbahut hi achchhi tarah desh ki har un samasyaaon ka jikra hai jisase hum aahat hain, shubhkaamnaayen.
जवाब देंहटाएंकितना सुरक्षित देश का स्वाभिमान है ?yahi to samajh nahin aata.....
जवाब देंहटाएंVandematram !
जवाब देंहटाएंतीखा प्रहार बहुत बेहतरीन और प्रशंसनीय
जवाब देंहटाएंachhi kavita
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर सार्थक रचना .
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया
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