हे मोम बत्तियां जलाने वाले
शांति प्रिय भारतीय
नमन है तुम्हारी सहन शीलता पर
पाक के दर्द में विलीनता पर
तुम सचमुच में महान हो
तुम्हारा नोबल से सम्मान हो
तुम्हारी इन्ही संवेदनाओं से
देश में तेज उजाला होता है ।
बमो का धमाका होता है ।
लाखो हिंदुस्तानियो के हत्यारों के लिए
तुम्हारी संवेदनाये अनमोल हैं ।
तुम्हारी कृपा से देश में आतंक का
मेलजोल है ।
तुम्हारी मोमबत्तिया तब नहीं जली
जब देश में सैकड़ो बे गुनाह मुंबई में मरे ।
जब होटल ताज में लोग जले ।
जब तुम्हारे सैनिको के सर की नुमाइस लगी
जब तुम्हारे विमान को कंधार लाया गया ।
जब तुम्हारे संसद पर हमला हुआ
जब देश के सैनिको की कारगिल में नृशंश
हत्याएं हुई ।
और अब हाफिज की तैयारी
बंद करो ये मानवतावादी दिखने का
पाखंड ।
नहीं तो ये तुम्हारी देशनिरपेक्षता
कर देगी तुम्हारे ही देश को खंड खंड ।
नवीन
शांति प्रिय भारतीय
नमन है तुम्हारी सहन शीलता पर
पाक के दर्द में विलीनता पर
तुम सचमुच में महान हो
तुम्हारा नोबल से सम्मान हो
तुम्हारी इन्ही संवेदनाओं से
देश में तेज उजाला होता है ।
बमो का धमाका होता है ।
लाखो हिंदुस्तानियो के हत्यारों के लिए
तुम्हारी संवेदनाये अनमोल हैं ।
तुम्हारी कृपा से देश में आतंक का
मेलजोल है ।
तुम्हारी मोमबत्तिया तब नहीं जली
जब देश में सैकड़ो बे गुनाह मुंबई में मरे ।
जब होटल ताज में लोग जले ।
जब तुम्हारे सैनिको के सर की नुमाइस लगी
जब तुम्हारे विमान को कंधार लाया गया ।
जब तुम्हारे संसद पर हमला हुआ
जब देश के सैनिको की कारगिल में नृशंश
हत्याएं हुई ।
और अब हाफिज की तैयारी
बंद करो ये मानवतावादी दिखने का
पाखंड ।
नहीं तो ये तुम्हारी देशनिरपेक्षता
कर देगी तुम्हारे ही देश को खंड खंड ।
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