नव वर्ष का शुभ प्रभात, नव स्वर्णिम आभा से भर दे ।
नव दृष्टिकोण नव लक्ष्य सहित ,पंछी को ऊंचा अम्बर दे ।।
धन-धान्य ,स्वाथ्य उत्तम प्रति पल सुख समृद्धि का घर दे ।
हो मनोकामना पूर्ण सदा ,नव पंथ सृजन, उन्नति कर दे ।।
नवीन मणि त्रिपाठी
नव दृष्टिकोण नव लक्ष्य सहित ,पंछी को ऊंचा अम्बर दे ।।
धन-धान्य ,स्वाथ्य उत्तम प्रति पल सुख समृद्धि का घर दे ।
हो मनोकामना पूर्ण सदा ,नव पंथ सृजन, उन्नति कर दे ।।
नवीन मणि त्रिपाठी
सार्थक प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएं--
आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल शनिवार (03-01-2015) को "नया साल कुछ नये सवाल" (चर्चा-1847) पर भी होगी।
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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नव वर्ष-2015 आपके जीवन में
ढेर सारी खुशियों के लेकर आये
इसी कामना के साथ...
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
बहुत सुन्दर रचना
जवाब देंहटाएंखट्टी-मीठी यादों से भरे साल के गुजरने पर दुख तो होता है पर नया साल कई उमंग और उत्साह के साथ दस्तक देगा ऐसी उम्मीद है। नवर्ष की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
जवाब देंहटाएंसुंदर...नववर्ष की बधाई और शुभकामनाएं..
जवाब देंहटाएंनव वर्ष की मंगल कामनाएं ...
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