चेहरे पर है रंग गुलाबी तौबा तौबा ।
मतवाली की चाल शराबी तौबा तौबा ।।
कातिल शम्मा रोशन जलवा उम्र की हस्ती।
नयी अदा में बात नबाबी तौबा तौबा ।।
बयां नजर से हुस्न चाँद का आधा आधा ।
हुई हया से आँख हिजाबी तौबा तौबा ।।
दिलों पे खंजर चला चला कर लूटी बस्ती ।
अब मस्जिद में पढ़े तराबी तौबा तौबा ।।
इश्क कहाँ उसके दर पे खैरात बटा है ।
निकली वह मशहूर हिसाबी तौबा तौबा ।।
खुले दरीचों से लेना अंगड़ाई तेरा ।
यह कैसा दस्तूर रूआबी तौबा तौबा ।।
रिन्द यहां हैं मैखाने में शोर बहुत है ।
बदनामी में बहुत खराबी तौबा तौबा ।।
चर्चा ए काबिल है उसकी नयी कहानी ।
हूर हो गयी नूर शबाबी तौबा तौबा ।।
लेकर वह तालीम इश्क में फेल हुआ है ।
शायद उसकी अक्ल किताबी तौबा तौबा ।।
नवीन मणि त्रिपाठी
मतवाली की चाल शराबी तौबा तौबा ।।
कातिल शम्मा रोशन जलवा उम्र की हस्ती।
नयी अदा में बात नबाबी तौबा तौबा ।।
बयां नजर से हुस्न चाँद का आधा आधा ।
हुई हया से आँख हिजाबी तौबा तौबा ।।
दिलों पे खंजर चला चला कर लूटी बस्ती ।
अब मस्जिद में पढ़े तराबी तौबा तौबा ।।
इश्क कहाँ उसके दर पे खैरात बटा है ।
निकली वह मशहूर हिसाबी तौबा तौबा ।।
खुले दरीचों से लेना अंगड़ाई तेरा ।
यह कैसा दस्तूर रूआबी तौबा तौबा ।।
रिन्द यहां हैं मैखाने में शोर बहुत है ।
बदनामी में बहुत खराबी तौबा तौबा ।।
चर्चा ए काबिल है उसकी नयी कहानी ।
हूर हो गयी नूर शबाबी तौबा तौबा ।।
लेकर वह तालीम इश्क में फेल हुआ है ।
शायद उसकी अक्ल किताबी तौबा तौबा ।।
नवीन मणि त्रिपाठी
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