*221 1221 1221 122*
जबसे खुली ये आपकी दूकान है बाबा ।
दौलत पे नज़र आपकी पहचान है बाबा ।।
गर होते यहां रोग सभी योग से अच्छे ।
फिर क्यूँ दवा के नामका फरमान है बाबा ।।
काला है ये मन आपका काली है कमाई ।
महंगा हुआ क्यों आपका ये ज्ञान है बाबा ।।
अनशन में दिखीआप के हर योगकी ताकत ।
कमजोर बहुत आपकी ये जान है बाबा ।।
सलवार पहन भाग गए आप समर से ।
निर्दोष मरे आपका सम्मान है बाबा ।।
इस राम रहीमा की भी करतूत अजब है ।
अब भेड़िया के भेष में शैतान है बाबा ।।
आशा का है वो राम मगर काम बुरा है ।
अपने ही करम से अभी अनजान है बाबा ।।
आरोप है गुरुदेव की हत्या में है शामिल ।
कहता है बड़े नाज़ से इंशान है बाबा ।।
---नवीन मणि त्रिपाठी
जबसे खुली ये आपकी दूकान है बाबा ।
दौलत पे नज़र आपकी पहचान है बाबा ।।
गर होते यहां रोग सभी योग से अच्छे ।
फिर क्यूँ दवा के नामका फरमान है बाबा ।।
काला है ये मन आपका काली है कमाई ।
महंगा हुआ क्यों आपका ये ज्ञान है बाबा ।।
अनशन में दिखीआप के हर योगकी ताकत ।
कमजोर बहुत आपकी ये जान है बाबा ।।
सलवार पहन भाग गए आप समर से ।
निर्दोष मरे आपका सम्मान है बाबा ।।
इस राम रहीमा की भी करतूत अजब है ।
अब भेड़िया के भेष में शैतान है बाबा ।।
आशा का है वो राम मगर काम बुरा है ।
अपने ही करम से अभी अनजान है बाबा ।।
आरोप है गुरुदेव की हत्या में है शामिल ।
कहता है बड़े नाज़ से इंशान है बाबा ।।
---नवीन मणि त्रिपाठी
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